व्हीआईएसएम ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आज हर घर तिरंगा अभियान में तिरंगा फहराकर उत्सव मनाया गया। संस्थान के हरे-भरे प्रांगण में भारत माता की जय के उदघोष साथ तिरंगा यात्रा निकाली गई। सभी लोग देश भक्ति की भावना से परिपूर्ण थें। इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन डॉ. सुनील राठौर ने अपने उदबोधन में कहा कि तिरंगा हमारी आन-बान और शान का प्रतीक है। इसके लिये लाखो लोगो ने अपनी कुर्बानी दी आजादी की लडाई लडी। पूरे स्वतंत्रता अभियान में राष्ट्रध्वज के आकार एवं रंग में छः बार परिवर्तन हुए। जब 1947 में देश को आजादी मिली तो देश को वर्तमान तिरंगा झंडा मिला 1931 में बने झंण्डे को ही एक बदलाव के साथ 22 जुलाई 1947 में सबिधान सभा की बैठक में तिरंगे को भारत का राष्ट्रीय ध्वज स्वीकार किया गया। प्रोटोकोल के हिसाब से इसकी लंबाई-चौडाई 2 बाय 3 है। राष्ट्रध्वज को फहराने के लिये निश्चित नियमों का पालन किया जाता है। यह हमारे विविधता वाले देश की एक मात्र पहचान है जो सारे धर्म व समुदाय को एक सूत्र में पिरोए रखता है। तिरंगे को देखते ही हम अपने छोटे-छोटे विचारो से बाहर निकलकर राष्ट्र के कल्याण और सुरक्षा की बात सोचने लगते है यही इस तिरंगे की ताकत है। आज हर व्यक्ति अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा एवं समर्पण से करें तो सही राष्ट्र भक्ति होगी। इससे हमारा तिरंगा ओर बलशाली होगा। इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह, नर्सिंग प्राचार्या, फार्मेसी प्राचार्य, पैरामेडीकल प्राचार्या सहित व्हीाआईएसएम हॉस्पिटल के चिकित्सक एवं नर्सिग स्टॉफ उपस्थित रहें।